कहाँ मिलता है!



विनय ओझा स्नेहिल
हर एक शख्स बेज़ुबान यहाँ मिलता है.
सभी के क़त्ल का बयान कहाँ मिलता है.
यह और बात है उड़ सकते हैं सभी पंछी
फिर भी हर एक को आसमान कहाँ मिलता है.
सात दिन हो गए पर नींद ही नहीं आयी
दिल को दंगों में इत्मीनान कहाँ मिलता है.
न जाने कितनी रोज़ चील कौवे खाते हैं
हर एक लाश को शमशान कहाँ मिलता है.

Comments

  1. nice post :) thanks 4 ur visit and we try our best to give u information as required by you.

    ReplyDelete
  2. दिल को दंगों में इत्मीनान कहाँ मिलता है.
    ----------------------------

    बहुत सूक्ष्म समझ है मनस की!

    ReplyDelete

Post a Comment

सुस्वागतम!!

Popular posts from this blog

रामेश्वरम में

इति सिद्धम

Most Read Posts

रामेश्वरम में

Bhairo Baba :Azamgarh ke

इति सिद्धम

Maihar Yatra

Azamgarh : History, Culture and People

पेड न्यूज क्या है?

...ये भी कोई तरीका है!

विदेशी विद्वानों के संस्कृत प्रेम की गहन पड़ताल

सीन बाई सीन देखिये फिल्म राब्स ..बिना पर्दे का