जिंदगी से रूठना आता नहीं

(Written by Manthan)

जिंदगी से रूठना आता नहीं
पर मुझे इसका चलन भाता नहीं

हर किसी को हर किसी से गर्ज है
बेगरज भी तो जिया जाता नहीं


यूँ तो मिलता है मुझे वो प्यार से
क्या है उसके दिल में बतलाता नहीं


भूल बैठे हैं मुझे अपने सभी
डाकिया भी ख़त कोई लाता नहीं

मौसिकी जब से हुई बेआबरू
अब कोई फनकार कुछ गाता नहीं

तंग होगा भूक से वो अजनबी
बेवजह कोई भी विष खाता नहीं

आइनों का शहर है ये सोच ले
आइनों se jhoot chhup paata nahin
(I love it, so I present it.....Just enjoy.)

















Comments

  1. हर किसी को हर किसी से गर्ज है
    बेगरज भी तो जिया जाता नहीं

    यूँ तो मिलता है मुझे वो प्यार से
    क्या है उसके दिल में बतलाता नहीं

    बहुत सुंदर लिखा है

    ReplyDelete
  2. यूँ तो मिलता है मुझे वो प्यार से
    क्या है उसके दिल में बतलाता नहीं

    अब तो बता दो...
    अब तो बता दो...

    ReplyDelete
  3. यूँ तो मिलता है मुझे वो प्यार से
    क्या है उसके दिल में बतलाता नहीं

    बहुत बढ़िया.

    ReplyDelete
  4. तंग होगा भूक से वो अजनबी
    बेवजह कोई भी विष खाता नहीं
    क्या बात है, बहुत ही सुंदर
    धन्यवाद

    ReplyDelete
  5. यूँ तो मिलता है मुझे वो प्यार से
    क्या है उसके दिल में बतलाता नहीं

    बढ़िया है भाई...अच्छा लगा...बधाई

    ReplyDelete
  6. तंग होगा भूक से वो अजनबी
    बेवजह कोई भी विष खाता नहीं
    बहुत उम्दा लेखन

    ReplyDelete
  7. तंग होगा भूक से वो अजनबी
    बेवजह कोई भी विष खाता नहीं
    बहुत उम्दा लेखन

    ReplyDelete
  8. आइनों का शहर है ये सोच ले
    आइनों से झूठ छुप पाता नहीं

    बहुत सुंदर!

    ReplyDelete
  9. मौसिकी जब से हुई बेआबरू
    अब कोई फनकार कुछ गाता नहीं
    बहुत खूब!!

    ReplyDelete

Post a Comment

सुस्वागतम!!

Popular posts from this blog

रामेश्वरम में

इति सिद्धम

Most Read Posts

रामेश्वरम में

Bhairo Baba :Azamgarh ke

इति सिद्धम

Maihar Yatra

Azamgarh : History, Culture and People

पेड न्यूज क्या है?

...ये भी कोई तरीका है!

विदेशी विद्वानों के संस्कृत प्रेम की गहन पड़ताल

सीन बाई सीन देखिये फिल्म राब्स ..बिना पर्दे का