sms आएगा, आएगा, आएगा....
भारत का आयकर विभाग बार-बार आपको रिमाइंडर पर रिमाइंडर भेजे जा रहा होगा
कि जी आप जल्दी से अपना रिटर्न जमा कराएँ. 31 तारीख के पहले-पहले डाल दें. ताकि आपका बाकी जीवन
सुखी रहे.
Income Tax Department, Government Of India बार-बार यह भी कहता है कि जी अब तो सब online हो गया है. आप सोचते हैं, चलो कम से कम कई-कई घंटे लाइन में लगने से फ़ुर्सत
मिली. लेकिन जब आप Online अपना रिटर्न जमा
करने जाते हैं तो......
पहले तो आप इंटरनेट की स्पीड झेलते हैं. जो यूट्यूब और
फेसबुक चलाते समय चलती नहीं दौड़ती है, वही सरकारी साइट पर पहुँचते ही नाकों चने चबवानी लगती
है. दौड़ना-चलना तो छोड़िए जी, घिसटती भी बड़ी
मुश्किल से है. ख़ैर, जैसे-तैसे
राम-राम करके आपने बाक़ी डिटेल भर दिए, 'सरल' नामधारी कठिन
बवाल झेल लिया, आख़िरकार जमा करवा
ही दिया तो फिर एक बवाल आएगा.
इस बवाल को कहते हैं भेरीफाई (verify) करना. इस भेरीफैयाने के लिए बताया यह जाता है कि आयकर विभाग आपको आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक sms भेजता है. यह ख़ाली बताया ही नहीं जाता, वह वाक़ई भेजता है. और यह वह केवल आपके मोबाइल नंबर ही
नहीं, आपके रजिस्टर्ड
ईमेल आइडी पर भी भेजता है. ऐसा केवल लोग ही नहीं जी, ख़ुद Income Tax Department, Government Of India भी कहता है. वह यह भी कहता है कि जी हमने भेज दिया.
लेकिन
लेकिन होता है कि ये अपना आयकर विभाग जो sms या mai भेजता है, वो कोई नेटवर्क पर नहीं भेजता. अगर किसी मोबाइल या
मेल नेटवर्क से भेजता है तो चाहे भले वो कई साल पहले का लद्धड़ bsnl क्यों न हो, एक-दो दिन में पहुँचा ही देता.
हमारे देश का आयकर विभाग हर काम सरकारी ढंग से करता है. आख़िर सरकार का
डिपार्टमेंट है. उसकी ज़िम्मेदारी है कि हर काम सरकारी ढंग से करे. और बस इसीलिए वह
भेरिफैयाने वाला sms पोस्टकार्ड या
अंतर्देसी से मार्फ़त डाक भिभाग भेजता है. जिसके नाते ऊ आप तक पहुंच नहीं पाता है.
उस sms में चूँकि otp नाम का कोई तत्त होता है और ऊ तत्त डाले बिना आपका
रिटर्न भेरिफाया नहीं जा सकता तो लिहाजा आप इंतजारिए, तब तक जब तक कि ऊ मिल न जाए. नहीं मिलता है त का है
कि आते-जाते रहिए. मने घर आपका है. आप देस के जिम्मेदार टैक्सपेयर हैं. आप खाएं या
न खाएं, दिन-रात मरें, सरकार का ख़ज़ाना भरें. ताकि आपके द्वारा भरे गए ख़ज़ाने
से ख़ैरात बाँटी जा सके. संसद जिसको चलाने पर हर मिनट कई करोड़ रुपये का वारा-न्यारा
होता है और जिसकी कार्यवाही रोकने पर देश भर के अख़बारों में यशगान गाया जाता है, वो चलाई जा सके.
बाक़ी अब चूँकि नौकरीपेशा टैक्सपेयर हैं तो आपके लिए आपके
काम का क्या? ऊ त होता रहेगा.
भाई काम त आजकल केवल बैंक और आयकर विभाग कर रहे हैं. यकीन न हो तो sbi की किसी ब्रांच पर जाके देख आइए. फिर भी यक़ीन न पड़े
तो किसी बुद्धिजीवी जी से पूछ लीजिए. आपको यक़ीन होइए जाएगा.
और ज़िम्मेदार तो हर बात के लिए मने कि वित्तमंत्री और प्रधानमंत्री हैए है. सबको ये जरूरत महसूस होती है कि चलना सब ठीक चैये, पर करें यही. जिम्मेदारी हमारी यानी किसी भिभाग के अफसरों, बाबुओं और तकीनीकी स्टाफ की थोड़े है.
Comments
Post a Comment
सुस्वागतम!!